मेवाड़ महाराणा करण सिंह /mevan maharana karan singh
मेवाड़ महाराणा करण सिंह /mevan maharana karan singh मेवाड़ महाराणा करण सिंह 1620 से 1628 तक मेवाड़ के शासक रहे जहांगीर ने करण सिंह को 5000 मनसब दी तथा यह मुगलों से मनसब प्राप्त करने वाला पहला मेवाड़ का सिसोदिया शासक था करण सिंह ने उदयपुर में कर्ण विलास व दिलकुश महल का निर्माण करवाया  दिलकुश महाल  करण सिंह एकमात्र मेवाड़ का शासक था जिसने मुगलों की अधीनता स्वीकार की तथा करण सिंह के पिता अमर सिंह के शासनकाल में ही करण सिंह के कारण 5 फरवरी 1615 को प्रसिद्ध मेवाड़ मुगल संधि हुई जिसमें मेवाड़ के शासकों ने मुगलों की अधीनता को स्वीकार किया करण सिंह ने पिछोला झील (उदयपुर) में जग मंदिर महलों का निर्माण कार्य प्रारंभ किया लेकिन इसको पूरा इसके पुत्र जगत सिंह प्रथम ने किया पिछोला झील में जग मंदिर शाहजहां (खुर्रम) ने अपने पिता के प्रति विद्रोह करने के कारण खुर्रम को जगमंदिर महलों में करण सिंह ने शरण दी थी मेवाड़ के सिसोदिया वंश का राजवंश 1• राणा हमीर 1326 _ 1364 2• राणा क्षेम सिंह